बखेड़ा
संज्ञा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
बखेड़ा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ बखेरना]
१. उलझाव । झझट । उलझन । जैसे,— इस काम में बहुत बखेड़ा होगा ।
२. झगड़ा । टंटा । विवाद । जैसे,— अब उन लोगों में भारी बखेड़ खड़ा होगा ।
३. कठिनता । मुशकिल ।
४. व्यर्थ विस्तार । आडंबर । भारो आयोजन । क्रि॰ प्र॰—करना ।—फैलाना ।—मचाना ।—होना ।