कीमत
संज्ञा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
कीमत संज्ञा पुं॰ [अ॰ कीरत] [वि॰ कीमती] वह धन जो किसी चीज के बिकने पर उसके बदलें में मिलता है । दाम । मूल्य । क्रि॰ प्र॰— देना ।—पाना । मुहा॰—कीमत चढ़ना या बढ़ना = (१) चीज का मँहगी होना ।
२. महत्व होना । कीमत उतरना =
१. चीज का सुलभ या सस्ता होना ।
२. महत्व घटना । कीमत ठहरना = मूल्य निश्चित होना । दाम तै होना । कीमत ठहराना = मुल्य निश्चित करना । दाम तै करना । कीमत चुकना = (१) दाम देना । (२) दे॰ कीमत ठहराना' । कीमत लगाना = दाम आँकना । (खरीदनेवाले का) दाम कहना ।