सीमा
संज्ञा
सीमा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
सीमा ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ सीमन्] दे॰ 'सीमा' २ ।
सीमा ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. माँग ।
२. किसी प्रदेश या वस्तु के विस्तार का अंतिम स्थान । हद । सरहद । मर्यादा ।
३. आचरण व्यवहार आदि की शिष्टता । मर्यादा । मुहा॰—सीमा के बाहर जाना=उचित से अधिक बढ़ जाना । मर्य्रादा का उल्लंघन करना । हद से ज्यादा बढ़ना ।
४. खेत, गाँव आदि की सीमा पर का बाँध या मेंड़ (को॰) ।
५. चिह्न । निशान (को॰) ।
६. किनारा । तीर । समुद्रतट (को॰) ।
७. क्षितिज (को॰) ।
८. उच्चतम या अधिकतम सीमा (को॰) ।
९. खेच (को॰) ।
१०. ग्रीवा के पृष्ठ भाग में खोपड़ी आदि का जो़ड़ (को॰) ।
११. अंडकोष (को॰) ।
१२. एक आभूषण ।