किसी कार्य को कार्यान्वित करने की स्थल, जगह, मक़ाम

धार्मिक जगह (जैसे पूजा-स्थान, दुर्गा-स्थान)

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

स्थान जहाँ अमानत में वस्तुएँ रखी जाती हैं । अमानतनाला = अमानत रखते समय प्रमाणस्वरूप लिखा जानेवाला पत्र । अमानत में खयानत करना या होना = अमानत में रखी हुई रकम को खा जाना ।

स्थान में देता हैं ।

२. वह अत्र जो इस लेन देन में ब्याज के रुप में दिया जाय । क्रि॰ प्र॰—पर लेना ।—पर देना ।—देना ।—लेना ।

स्थान संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. ठहराव । टिकाव । स्थिति ।

२. भूमि- भाग । भूमि । जमीन । मैदान । जैसे,—सभा के सामनेवाला स्थान बड़ा रम्य है ।

३. वह अवकाश जिसमें कोई चीज रह सके । जगह । ठाम । स्थल । जैसे,—सब सभासद अपने अपने स्थान पर बैठ गए ।

४. डेरा । घर । आवास । जैसे—मैं आप- के स्थान पर गया था, आप मिले नहीं ।

५. काम करने की जगह । पद । ओहदा । जैसे,—उनके दफ्तर में कोई स्थान खाली है ।

६. पद । दर्जा । जैसे,—काशीस्थ पंडितों में उनका स्थान बहुत ऊँचा है ।

७. व्याकरण के अनुसार मुहँ के अंदर का वह अंग या स्थल जहाँ से किसी वर्ण या शब्द का उच्चारण हो । जैसे॰— कंठ, तालु, मुर्धा, दंत, ओष्ठ ।

८. राज्य । देश ।

९. मंदिर । देवालय ।

१०. किसी राज्य का मुख्य आधार या बल जो चार माने गए हैं । यथा,—सेना, कोश, नगर और देश । (मनु॰) ।

११. गढ़ । दूर्ग ।

१२. सेना का अपने बचाव के लिये डटे रहना । (मनु॰) ।

१३. आखेट में शरीर की एक प्रकार की मुद्रा ।

१४. (माल का) जखीरा । गोदाम ।

१५. अवसर । मौका ।

१६. अवस्था । जशा । हालत ।

१७. कारण । उद्देश्य ।

१८. ग्रंथ- संधि । परिच्छेद ।

१९. नीतिविदों के त्रिवर्ग के अंतर्गत एक वर्ग ।

२०. किसी अभिनेता का अभिनय या अभिनयगत चरित्र ।

२१. वेदी ।

२२. रामायण में वर्णित एक गंधर्व राजा का नाम ।

२३. आसन (युद्धयात्रा न कर चुपचाप बैठे रहना) का एक भेद । किसी एक उद्देश्य से उदासीन होकर बैठ जाना ।

२४. मृत्यु के बाद कर्मानुसार प्राप्त होनेवाला लोक (को॰) ।

२५. संबंध । हैसियत (को॰) ।

२६. पदार्थ । वस्तु (को॰) ।

२७. उचित या उपयुक्त स्थान (को॰) ।

२८. उचित या योग्य पदार्थ (को॰) ।

२९. नगरस्थित प्रांगण (को॰) ।

३०. पड़ाव । विश्रामस्थान (को॰) ।

३१. स्थित होने या ठहरने की क्रिया (को॰) ।

३२. आकार । आकृति । रूप (को॰) ।

३३. जीवन की मान्य चार (ब्रह्मचर्य, गार्हस्थ्य, वानप्रस्थ और संन्यस्त) अवस्थाओं या स्थितियों में कोई एक । आश्रम (को॰) ।

३४. संगीत में गीत, सुर या स्वरों के स्पंदन की स्थिति या मात्रा (को॰) ।

३५. सादृश्य । समानता । तुल्यता (को॰) ।

३६. निश्चेष्ट स्थिति या अवस्था । औदासीन्य । उदासीनता (को॰) ।

३७. ज्ञानेंद्रिय (को॰) ।