सहायता
संज्ञा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
सहायता संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. किसी के कार्यसंपादन में शारीरिक या और किसी प्रकार योग देना । ऐसा प्रयत्न करना जिसमें किसी का काम कुछ आगे बढ़े । मदद । सहाय । जैसे,—मकान बनाने में सहायता देना, किताब लिखने में सहायता देना ।
२. मित्रों का समूह (को॰) ।
३. वह धन जो किसी कार्य को आगे बढ़ाने के लिये दिया जाय । मदद । जैसे,—उन्हें लड़की के ब्याह में कई जगहों से सौ सौ रुपए की सहायता मिली । क्रि॰ प्र॰—करना ।—पाना ।—देना ।—मिलना ।—होना ।