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४ जून २०२३
- १९:०३१९:०३, ४ जून २०२३ अंतर इतिहास ० छो चोबदार Durgesh chopdar ने चोबदार पृष्ठ चोबदार समाज पर स्थानांतरित किया टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- १९:०२१९:०२, ४ जून २०२३ अंतर इतिहास +३६६ चोबदार [चोबदार समाज] ऐसे मनुष्य जो राजाओं के साथ रहकर एक सेना के रूप में लड़ने जाते थे ऐसे मनुष्य को चोबदार जाती के रूप में जाना जाता है {चोबदार समाज} टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
२६ मार्च २०२३
- ०७:४६०७:४६, २६ मार्च २०२३ अंतर इतिहास +६०७ विक्षनरी वार्ता:हिन्दी–हिन्दी शब्दकोश →चोबदार समाज: नया अनुभाग टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन New topic
२५ मार्च २०२३
- २२:४६२२:४६, २५ मार्च २०२३ अंतर इतिहास +३६८ चोबदार चोबदार एक ऐसी समाज है जो राजा माहाराजाओं के समय से चलती आ रही है । राजा महाराजाओ के साथ रहने वाले लोगों को चोबदार समाज के नाम से भी जाना जाता है टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- २२:३९२२:३९, २५ मार्च २०२३ अंतर इतिहास −५० चोबदार →शब्दसागर: चोबदार संज्ञा पुं॰ [फ़ा॰] वह मनुष्य जिसके पास चोब या असा रहता है । असाबरदार । विशेष— ऐसे मनुष्य प्रायः राजों, महाराजों और बहुत से रईसों की ड्यौढ़ियों पर समाचार आदि ले जाने और ले आने तथा इसी प्रकार के दूसरे कामों के लिये रहते हैं । सवारी या बारात आदि में सहायता करते थे । उन्हें चोबदार समाज के नाम से जाना जाता है । चोबदार समाज..... टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- २२:३८२२:३८, २५ मार्च २०२३ अंतर इतिहास −२४ चोबदार →प्रकाशितकोशों से अर्थ: चोबदार संज्ञा पुं॰ [फ़ा॰] वह मनुष्यनौकर जिसके पास चोब या असा रहता है । असाबरदार । विशेष— ऐसे मनुष्यनौकर प्रायः राजों, महाराजों और बहुत से रईसों की ड्यौढ़ियों पर समाचार आदि ले जाने और ले आने तथा इसी प्रकार के दूसरे कामों के लिये रहते हैं । सवारी या बारात आदि में सहायताये करतेआगे थे।आगे चलते हैं । उन्हें चोबदार समाज के नाम से जाना जाता है । श्रेणी: हिन्दी-प्रकाशितकोशों से अर्थ-शब्दसागर चोबदार समाज..... टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- २२:३७२२:३७, २५ मार्च २०२३ अंतर इतिहास +२२७ चोबदार →शब्दसागर: चोबदार संज्ञा पुं॰ [फ़ा॰] वह मनुष्यनौकर जिसके पास चोब या असा रहता है । असाबरदार । विशेष— ऐसे मनुष्यनौकर प्रायः राजों, महाराजों और बहुत से रईसों की ड्यौढ़ियों पर समाचार आदि ले जाने और ले आने तथा इसी प्रकार के दूसरे कामों के लिये रहते हैं । सवारी या बारात आदि में सहायताये करतेआगे थे।आगे चलते हैं । उन्हें चोबदार समाज के नाम से जाना जाता है । श्रेणी: हिन्दी-प्रकाशितकोशों से अर्थ-शब्दसागर चोबदार समाज..... टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन