रात्रि
संज्ञा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
रात्रि संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. उतना समय जितने समय तक सूर्य का प्रकास न देश पड़े । संध्या से लेकर प्रातःकाल तक का समय । सूर्यास्त से सूर्योदय तक का समय । रात । निशा । यौ॰—रात्रिंदिव, राविंदिवा=(१) रातदिन । सदा ।
२. हलदी ।
३. पुराणनुसार क्रौंच द्वीप की एक नदी का नाम ।