संज्ञा

  1. भारत के प्रान्त
  2. पाकिस्तान के प्रान्त

अनुवाद

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

पंजाब संज्ञा पुं॰ [फा़॰] [वि॰ पंजाबी] भारत के उत्तरपश्चिम का प्रदेश जहाँ सतलज, व्यास, रावी, चनाब और झेलम नाम की पाँच नदियाँ बहती हैं । विशेष—प्रचानी ग्रंथों में इसका नाम पंचनद आया है । विद्वानों की धारणा है कि ऋग्वेद में जिस सप्तसिधु का उल्लेख है वह यदी प्रदेश है । उसमें अंशुमती, अंजसी, अनितभा, अशमन्वती असिक्नी, ककुभा (काबुल नदी), क्रमु, शुतुद्री, वितस्ता, शिफा, शर्यणावती, सरस्वती, सुवास्तु (स्वात) इत्यादि जिन बहुत सी नदियों का उल्लेख है वे प्रायः सब पंजाव की ही हैं । सरस्वती के किनारे का सारस्वती प्रदेश वैदिक काल में बहुत पुनीत माना जाता था और वहाँ अनेक बड़े बड़े यज्ञ हुए हैं । मनुसंहिता का ब्रह्मर्षि देश भी पंजाब के दी अंतर्गत था । महाभारत में आए हुए मद्र, आरट्ट, सिंधु, गंधार आदि देश पंजाब में पड़ते थे । महाभारत में मद्र देश के वासियों का आचार व्यवहार निंदित कहा गया है ।

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