संज्ञा

  1. गन्दगी, दाग

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

धब्बा संज्ञा पुं॰ [देश॰]

१. किसी सतह के ऊपर थोड़ी दूर तक फैला हुआ ऐसा स्थान जो सतह के रंग के मेल में न हो और भद्दा लगता हो । दाग पड़ा हुआ चिह्न जो देखने में बुरा लगे । निशान । जैसे, कपड़े पर स्याही का धब्बा । क्रि॰ प्र॰—पड़ना ।—लगना ।

२. कलंक । दोष । ऐब । क्रि॰ प्र॰—लगना ।—लगाना । मुहा॰—नाम में धब्बा लगाना = कीर्ति को मिटानेवाला काम करना । (किसी पर) धब्बा रखना = कलंक लगाना । दोषा- रोपण करना ।