संज्ञा पुल्लिंग

  1. अगुष्ठ

प्रयोग

  • जंघ पिंडुरी पग अंगुष्ठा शोभा अधिक अपार। - कबीर (कबीर साखी, पृ० ९९)

संबंधित शब्द

अन्य भाषा में

वर्णक्रम सहचर

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंगुष्ठा पु संज्ञा पुं॰ दे॰ 'अगुष्ठ' । उ॰—जंघ पिंडुरी पग अंगुष्ठा शोभा अधिक अपार ।—कबीर सा॰, पृ॰ ९९ ।