हूर
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनहूर ^१ संज्ञा स्त्री॰ [अ॰]
१. मुसलमानों के स्वर्ग की अप्सरा । उ॰— बिना उसके जल्बा दिखाती कोई परी या हूर नहीं । सिवा यार के, दूसरे का इस दुनियाँ में नूर नहीं ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ १९४ ।
२. वह औरत जिसकी आँखें और बाल अत्यंत श्याम हों तथा शरीर अत्यंत गौर एवं दीप्त हो । अत्यंत खूबसूरत औरत । अप्सरा सी सुंदर स्त्री (को॰) ।
हूर ^२ संज्ञा पुं॰ [अ॰]
१. हत्या । हनन । कतल । वध ।
२. नुकसान । हानि [को॰] ।