'हुए' का स्त्रीलिंग

प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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हुई विनोदपूर्ण उक्ति । अनादरसूचक हास । उप हास । व्यंग्य- पूर्ण निंदा । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना । मुहा॰—हँसी उड़ाना = व्यंग्यपूर्ण निंदा करना । उपहास करना । चतुराई की उक्ति द्बारा अनादर प्रकट करना ।

४. लोकनिंदा । बदनामी । अनादर । जैसे—ऐसा काम न करो जिसमें पीछे हँसी हो । उ॰—रोज सरोजन के परै हँसी ससी की होइ ।—बिहारी (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰—होना ।