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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

हीला ^१ संज्ञा पुं॰ [अ॰ हीलह्]

१. किसी बात के लिये गढ़ा हुआ कारण । बहाना । मिस । क्रि॰ प्र॰—करना ।—ढूँढ़ना ।—होना । यौ॰—हीलागर, हीलाबाज, हीलासाज = चालबाज । बहानेबाज । धोखेबाज । हीलागरी, हीलाबाजी, हीलासाजी = चालबाजी । धोखेबाजी ।

२. कामधंधा । रोजगार ।

३. किसी बात की सिद्धि के लिये निकाला हुआ मार्ग । निमित्त । द्वारा । वसीला । ब्याज । जैसे,—इसी हीले से उसे चार पैसे मिल जायँगे । उ॰—कोई चाहे हीला मिलने कतै । बजुज वास्ता मिलना कुछ खूब नई ।—दक्खिनी॰ पृ॰ २१३ । मुहा॰—हीला निकलना = रास्ता निकलना । ढंग निकलना । हीला होना = (१) वसीला होना । जारिया होना । (२) कोई काम धंधा मिलना ।

हीला † ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ गीला] कीचड़ ।