प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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हाथा संज्ञा पु्॰ [हिं॰ हाथ]

१. किसी औजार या हथियार का वह भाग जो मुट्ठी में पकड़ा जाता है । दस्ता ।

२. दो तीन हाथ लंबा लकड़ी का एक औजार जिससे सिंचाई करते समय खेत में आया हुआ पानी उलीचकर चोरों ओर पहुँचाते हैं ।

३. पंजे की छाप या चिह्न जो गीले पिसे चावल और हल्दी आदि पोतकर दीवार पर छापने से बनता है । छापा । विशेष—उत्सव, पूजन आदि में स्त्रियाँ ऐसा छापा बनाती हैं ।