हसरत
इच्छा, अभिलाषा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
हसरत संज्ञा स्त्री॰ [अ॰]
१. रंज । अफसोस । शोक ।
२. दुःख । कष्ट । मुसीबत (को॰) ।
३. नौराश्य । नाउम्मेदी ।
४. अरमान । इच्छा । चाह । लालसा । उ॰—न आया वो दिलवर औ आई घटा । तो हसरत की बस दिल पै छाई घटा ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ ४८९ । यौ॰—हसरत भरा = अरमानों से भरा हुआ । आकांक्षायुक्त । जैसे,—हसरत भरा दिल । हसरत भरी जिंदगी । मुहा॰—हसरत टपकना = अरमान या इच्छा व्यक्त होना । हसरत निकलना = अकांक्षा या इच्छा पूरी होना । हसरत निकालना = मन की लालसा पूरी करना । हसरत बाकी रहना = इच्छा अपूर्ण रहना । हसरत मिटाना = हवस पूरी करना ।