हरिस संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ हलीषा] हल का वह लंबा लट्ठा जिसके एक छोर पर फालवाली लकड़ी आड़ी जुड़ी रहती है और दूसरे छोर पर जूवा अटकाया जाता है । ईषा ।