हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

हरिक संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. लाल या भूरे रंग का घोडा़ ।

२. चौर । तस्कर (को॰) ।

३. जुआड़ी, जो पासे के साथ हो (को॰) ।