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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

हरचंद अव्य॰ [फा॰]

१. कितना ही । बहुत या बहुत बार । जैसे,— मैने हरचंद मना किया, पर उसने न माना ।

२. यद्यपि । अगरचे ।