हचकोला संज्ञा पुं॰ [हिं॰ हचकना] १. वह धक्का जो गाड़ी, चार- पाई आदि पर उछलने या हिलने डोलने से लगे । धचका । २. आघात । चढ़ाव उतार । उ॰—आया हचकोला फाग का । खग लगे परखने नये नये सुर अपने अपने राग का ।—इत्यलम्, पृ॰ २०९ ।