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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

हंसालि संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] ३७ मात्राओं का एक छंद जिसमें बीसवीं और सत्रहवीं मात्रा पर यति और अंत में यगण होता है । यह मात्रिक छंद डंडक वुत्त के अंतर्गत है ।