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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

हंसक संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. हंस पक्षी ।

२. पैर की उँगलियों में पहनने का एक गहना । बिछुआ । उ॰— ते नगरी ना नागरी प्रतिपद हंसक हीन । —केशव (शब्द॰) ।

३. संगीत में एक प्रकार का ताल (को॰) ।