हँढ़ावना पु क्रि॰ स॰ [सं॰ हिण्डन, पु॰ हिं॰ हंडना, हंढना] घुमाना । भटकाना । उ॰—चहुँ का संग चहूँ का मीतु । जामें चारि हँढ़ावै नीतु ।—प्राण॰, पृ॰ १३७ ।