विश्लेषण

स्वयं का रूप स्वरूप कहलता है।

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

स्वरूप ^२ वि॰

१. सुंदर । खूबसूरत ।

२. तुल्य । समान । उ॰—इतनि रूप भइ कन्या जेहि स्वरूप नहिं कोय । धन सुदेस रुपवंता जहाँ जनम अस होय ।—जायसी (शब्द॰) ।

३. पठित । शिक्षित । विज्ञ (को॰) ।

स्वरूप ^३ अव्य॰ रूप में । तौर पर । जैसे,—उन्होने प्रमाण स्वरूप महाभारत का एक श्लोक कह सुनाया । विशेष—इस अर्थ में यह यौगिक शब्दों के अंत में ही आता है । जैसे,—आधारस्वरूप ।

स्वरूप पु ^४ संज्ञा पुं॰ [सं॰ सारूप्य] दे॰ 'सारूप्य' । उ॰—हम सालोक्य स्वरूप सरोज्यो रहत समीप सहाई । सो तजि कहत और की औरै तुम अलि बड़े अदाई ।—सूर (शब्द॰) ।

संधि विक्षेद

स्व + रूप = स्वरूप