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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

स्ना ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] वह चमड़ा जो गाय या बैल आदि के गले के नीचे लटकता है । लौ ।

स्ना ^२ वि॰ नहाया हुआ । स्नान किया हुआ । (समस्त पदों में प्रयुक्त) जसे घृतस्ना ।