जब किसी वस्तु या जीव एक ही स्थान पर बिना हिले खड़ा हो तो उसे स्थिर कहते हैं।

उदाहरण

  • जब तक किसी वस्तु में किसी प्रकार का बल उपयोग नहीं किया जाता, तब तक वह स्थिर रहता है।
  • किसी स्थिर वस्तु की गतिज ऊर्जा शून्य होती है।

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

स्थिर होना । डटना । ठहरना । स्तंभित होना । जैसे—(क) उनकी आँख वहाँ गड़ी है । (ख) तुम तो जहाँ जाते हो वहाँ गड़ जाते हो । उ॰—प्यारी कुच श्यामता डीठ गड़ी श्यामता पै कहैं हनुमान इन काहू को न चीन्ही है । (शब्द॰) ।

स्थिर ^१ वि॰ [सं॰]

१. जो चलता या हिलता डोलता न हो । निश्चल । ठहरा हुआ । जैसे,—(क) हम लोग देखते हैं कि पुथ्वी स्थिर है; पर वह एक घंटे में ५८ हजार मील चलती है । (ख) और लोग उठकर चले गए पर वह अपने स्थान पर स्थिर रहा ।

२. निश्चित । जैसे,—(क) उन्होंने कलकत्ते जाना स्थिर किया है । (ख) आप स्थिर जानिए कि वह कभी सफल न होगा ।

३. शांत । जैसे,—आप बहुत उत्तेजित हो गए हैं, जरा स्थिर होइए ।

४. दृढ़ । अटल । जैसे,—वे अपनी प्रतिज्ञा पर स्थिर हैं ।

५. स्थायी । सदा बना रहनेवाला । जैसे,—इस संसार में कीर्ति ही स्थिर रहती है ।

६. नियत । मुकर्रर । जैसे,—वहाँ चलने का समय स्थिर हो गया ।

७. विश्वस्त ।

८. धैर्ययुक्त । धीर (को॰) ।

९. जटित । नक्श । खचित । जड़ा हुआ (को॰) ।

१०. आचार- युक्त । आचारव्रती (को॰) ।

११. कठिन । ठोस (को॰) ।

१२. बली । उग्र । कठोरहृदय (को॰) ।

१३. मंद । धीमा । जैसे, स्थिरगति ।

स्थिर ^२ संज्ञा पुं॰

१. शिव का एक नाम ।

२. स्कंद के एक अनुचर का नाम ।

३. ज्योतिष में एक योग का नाम ।

४. ज्योतिष में वृष सिंह, वृश्चिक और कुंभ ये चार राशियाँ, जो स्थिर मानी गई हैं । विशेष—कहते हैं, इन राशियो में कोई काम करने से वह स्थिर या स्थायी होता है । जो बालक इनमें से किसी राशि में जन्म लेता है, वह स्थिर और गंभीर स्वभाववाला, क्षमाशील तथा दीर्धसूत्री होता है ।

५. देवता ।

६. साँड़ । वृष ।

७. मोक्ष । मुक्ति ।

८. वृक्ष । पेड़ ।

९. धौ । धव वृक्ष ।

१०. पहाड़ । पर्वत ।

११. कार्तिकेय का एक नाम (को॰) ।

१२. दृढ़ता । स्थिरता (को॰) ।

१३. शनि ग्रह

१४. एक प्रकार का छंद ।

१५. एक प्रकार का मंत्र जिससे शस्त्र अभिमंत्रित किए जाते थे ।

१६. जैन धर्मानुसार वह कर्म जिससे जीव को स्थिर अवयव प्राप्त होते हैं ।