सौभग
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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन
शब्दसागर सम्पादन
सौभग ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. सुभग होने का भाव । सौभाग्य । खुशकि- स्मती । खुशनसीबी ।
२. सुख । आनंद । मंगल ।
३. ऐश्वर्य । संपदा । धन दौलत ।
४. सुंदरता । सौंदर्य । खूबसूरती ।
५. भागवत में वर्णित बृहच्छ्लोक के एक पुत्र का नाम । यौ॰—सौभगमद = सौभाग्यगर्व । सौभाग्य का अहंकार । उ॰— अवधि भूत नागर नगधर कर पारस पायो । अधिक अपनपौ जानि तनक सौभगमद छायो ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ ४३ ।
सौभग ^२ वि॰ सुभग वृक्ष से उत्पन्न या बना हुआ । (चरक) ।