प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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सोता ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ स्त्रोत]

१. जल की बराबर बहनेवाली या निकलनेवाली छोटी धारा । झरना । चश्मा । जैसे—पहाड़ का सोता, कूएँ का सोता । उ॰—(क) भूख लगे सोता मिले उथरे अरु बिन मैल । पी तिनकौ पानी तुरत लीजौ अपनी गैल । — लक्ष्मणसिंह (शब्द॰) । (ख) दस दिसा निर्मल मुदित उड़गन भूमिमंडल सुख छयो । सागर सरित सोता सरोवर सबन उज्वल जल भयो । —गिरिधरदास (शब्द॰) ।

२. नदी की शाखा । नहर । उ॰— जिसका (जमना की नहर का) एक सोता पश्चिम में हरियाने तक पहुँचकर रेगिस्तान में खप जाता है । —शिवप्रसाद (शब्द॰) ।

३. मूल । उद्गम । परंपरा ।

सोता ^२ वि॰ [सं॰ सोतृ] उत्पन्न करनेवाला । संतान उत्पन्न करनेवाला [को॰] ।