प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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सूँ पु अव्य॰ [सं॰ सह, प्रा॰ सहुँ, सयँ॰ सउँ, सउ] करण और अपा- दान कारक का चिह्व । सों । से । उ॰—(क) कह्यो द्विजन सूँ सूनहु पियारे । —रघुराज (शब्द॰) । (ख) कहत थकी ये चरन की नई अरुनई बाल । जाके रँग रँगी स्याम सूँ विदित कहावत लाल । —श्रृंगारसतसई (शब्द॰) ।