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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

सुषुप्ति संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. घोर निद्रा । गहरी नींद ।

२. अज्ञान । (वेदांत) ।

३. पातंजलिदर्शन के अनुसार चित्त की एक वृत्ति या अनुभूति । विशेष—कहते हैं, इस अवस्था में जीव नित्य ब्रह् म की प्राप्ति करता है. परंतु उसे इस बात का ज्ञान नहीं होता कि मैंने ब्रह् म की प्राप्ति की है ।