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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

सुपनंतर पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ स्वप्नान्तर] निद्रा या स्वप्न की अवस्था । उ॰—सुपनंतर की प्यास ज्यौं भजै मही किहि भंति । जब दैहौं तब पूजिहै मो मन मझ्झह खंति ।—पृ॰ रा॰, १७ । २७ ।