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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

सीमंतोन्नयन संज्ञा पुं॰ [सं॰ सीमन्तोन्नयन] द्विजों के दस संस्कारों में से तीसरा संस्कार । विशेष—गर्भस्थिति के तीसरे महीने में पुसवन संस्कार करने के पश्चात् चौथे, छटे या आठवें महीने में यह सस्कार करने का विधान है । इसमें बधू की माँग निकाली जाती है । कहते हैं, इस संस्कार के द्वारा गर्भस्थ संतान के गर्भ में रहने के दोषों का निवारण होता है ।