सीना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनसीना ^१ क्रि॰ स॰ [सं॰ सीवन]
१. कपड़, चमड़े आदि के दो टुकड़ों का सुई का द्वारा तागा पिराकर जाड़ना । टाका से मिलाना या जाड़ना । टाका मारना । जस—कपड़ साना, जूत साना । उ॰—टुकड़ टुकड़ जाड़ जुगत सा सा क अग लिपटाना । कर डारी भला पापन सा लोभ माह म साना । साच समझ आभमाना ।—कबरि॰ श॰, भा॰ १, पृ॰ ४ । सयो॰ क्रि॰—डालना ।—दना ।—लना । यौ॰—सोना पिरोना=सिलाई तथा बेलबूटे आदि का काम करना ।
सीना ^२ संज्ञा पुं॰ [फा॰ सीनह्] छाती । वक्षस्थल । यौ॰—सीनाजार । सीनातीड़ । सीनाबद । मुहा॰—सीने से लगाना=छाती से लगाना । आलिंगन करना ।
२. स्तन । चूचुक (को॰) ।
सीना ^३ संज्ञा पुं॰ [सं॰ सीमिक]
१. एक प्रकार का कीड़ा जो ऊनी कपड़ों को काट डालता है । सीवाँ । क्रि॰ प्र॰—लगना ।
२. एक प्रकार का रेशम का कीड़ा । छोटा पाट ।