सिवा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनसिवा पु ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ शिवा]
१. पार्वती । दे॰ 'शिवा' । उ॰— रचि महेस निज मानस राखा । पाह सुसमउ सिवा सन भाखा ।—मानस, १ ।३५ ।
२. श्रृगालिन । सियारिन ।
सिवा ^२ अव्य॰ [अ॰] अतिरिक्त । छोड़कर । अलावा । बाद देकर । जैसे,—तुम्हारे सिवा और यहाँ कोई नहीं आया ।
सिवा ^३ वि॰ अधिक । ज्यादा । फालतू ।