सिरा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनसिरा ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ सिर]
१. लंबाई का अंत । लंबाई के दो छोरों में से कोई एक । छोर । टोंक । जैसे,—एक सिरे से दूसरे सिरे तक ।
२. ऊपर का भाग । शीर्ष भाग ।
३. अंतिम भाग । आखिरी हिस्सा ।
४. आरंभ का भाग । शुरू का हिस्सा । जैसे,—(क) सिरे से कहो, मैने सुना नहीं । (ख) अब वह काम नए सिरे से करना पड़ेगा । (ग) सिरे से आखीर तक ।
५. नोक । अनी ।
६. अग्रभाग । अगला हिस्सा । मुहा॰—सिरे का = अव्वल दरजे का । पल्ले सिरे का । सिरे का रंग = सबसे प्रधान रंग । जेठा रंग । (रँगरेज) ।
सिरा ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. रक्तनाड़ी ।
२. सिँचाई की नाली ।
३. खेत की सिँचाई ।
४. पानी की पतली धारा ।
५. गगरा । कलसा । डोल ।