प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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सिफारिश संज्ञा स्त्री॰ [फा़॰ सिफारिश]

१. किसी के दोष क्षमा करने के लिये किसी से कहना सुनना ।

२. किसी के पक्ष में कुछ कहना सुनना । किसी का कार्य सिद्ध करने के लिये किसी से अनुरोध ।

३. माध्यम । जरिया । वसीला ।

४. नौकरी देनेवाले से किसी नौकरी चाहनेवाले की तारीफ । नौकरी दिलाने के लिये किसी की प्रशंसा । जैसे,—नौकरी तो सिफारिश से मिलती है ।

५. संस्तुति । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना ।