सिफत
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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन
शब्दसागर सम्पादन
सिफत संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ सिफत]
१. विशेषता । गुण । उ॰—जबान बिना क्या सिफत आवै ।—पलटू॰, पृ॰ ६३ ।
२. लक्षण । उ॰—भला मखलूक खालिक की सिफत समझे कहाँ कुदरत इसी से नेति से पार वेदों ने पुकारा है ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ ८५१ ।
३. स्वभाव ।
४. प्रशांसा । स्तुति (को॰) ।
५. सूरत । शक्ल ।