सिकारी वि॰, संज्ञा पुं॰ [फा़॰ शिकारी] दे॰ 'शिकारी' । उ॰—मारत खोज सिकार सिकारी जे अति चातुर ।—प्रेमघन॰, भा॰ १, पृ॰ २६ ।