सिकलीगर संज्ञा पुं॰ [अ॰ सैकल + फा़॰ गर] तलवार और हरी आदि पर बाढ़ रखनेवाला । सान धरनेवाला । चमक देनेवाला । उ॰—यों छबि पावत है लखौ अंजन आँजे नैन । सरस बाढ़ सैफन धरी जनु सिकलीगर मैन ।—रसनिधि (शब्द॰) ।