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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

सारि संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. पास, या चौपड़ खेलनेवाला ।

२. जुआ खेलने का पासा । उ॰—ढारि पासा साधु संगति केरि रसना सारि । दाँव अब के परयो पूरी कुमति पिछली हारी ।—सूर (शब्द॰) ।

३. गोटी ।

४. एक पक्षी । मैना (को॰) । यौ॰—सारिक्रीड़ा = पाँसे का खेल । गोटियों का खेल । सारि- फलक = बिसात जिसपर गोटी खेलते हैं ।