साम्यावस्था संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] वह अवस्था जिसमें सत्व, रज और तम तीनों गुण बराबर हों, उनमें किसी प्रकार का विकार, या वैषम्य न हो । प्रकृति ।