अनुवाद

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

सामर्थ्य संज्ञा पुं॰, स्त्री॰ [सं॰]

१. समर्थ होने का भाव । किसी कार्य के संपादन करने की शक्ति । बल ।

२. शक्ति । ताकत ।

३. औचित्य । उपयुक्तता । योग्यता ।

४. शब्द की व्यंजना शक्ति । शब्द की वह शक्ति जिससे वह भाव प्रकट करता है ।

५. व्याकरण में शब्दों का परस्पर संबंध ।

६. एक लक्ष्य या समान उद्देश्य होने का भाव (को॰) ।

७. अभिरुचि । लगाव (को॰) ।

१०. धन (को॰) ।