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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

साप पु ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ शाप] दे॰ 'शाप' । उ॰—ऋण छूटयो पूरयो बचन, द्विजहु न दीनो साप ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ २९३ ।

साप † ^२ वि॰ [अ॰ साफ़] दे॰ 'साफ' । उ॰—मना मनशा साप करो ।—दक्खिनी॰, पृ॰ ५९ ।