प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

साधन ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. किसी काम को सिद्ध करने की क्रिया । सिद्धि । विधान ।

२. वह जिसके द्वारा कोई उपाय सिद्ध हो । सामग्री । सामान । उपकरण । जैसे,—साधन के अभाव में मैं यह काम न कर सका ।

३. उपाय । युक्ति । हिकमत ।

४. उपासना । साधना ।

५. सहायता । मदद ।

६. धातुओं के शोधने की क्रिया । शोधन ।

७. कारण । हेतु । सबब ।

८. अचार । संधान ।

९. मृतक का अग्निसंस्कार । दाह कर्म ।

१०. जाना । गमन ।

११. धन । दौलत । द्रव्य ।

१२. पदार्थ । चीज ।

१३. घोड़े, हाथी और सैनिक आदि जिनकी सहायता से युद्ध होता है ।

१४. उपाय । तरकीब ।

१५. सिद्धि ।

१६. प्रमाण ।

१७. तपस्या आदि के द्वारा मंत्र सिद्ध करना । साधना ।

१८. यंत्र (को॰) ।

१९. दमन करना । जीत लेना (को॰) ।

२०. वशीकरण (को॰) ।

२१. वसूली का आदेश प्राप्त कर द्रव्य, वस्तु, ऋण आदि को वसूल करना (को॰) ।

२२. मारण । बध । विनाश (को॰) ।

२३. व्याकरण में करण कारक (को॰) ।

२४. मोक्ष या मुक्ति पाना (को॰) ।

२५. लिंगेंद्रिय । शिश्न (को॰) ।

२६. शरीर की इंद्रियाँ या अंग (को॰) ।

२७. कुच । स्तन (को॰) ।

२८. प्राप्ति । लाभ (को॰) ।

२९. गणना । संगणना (को॰) ।

३०. बाद में जाना । अनुगमन (को॰) ।

३१. मैत्री । मित्रता (को॰) ।

३२. अधिकार में करना या लेना (को॰) ।

३३. तैयार करना । तैयारी (को॰) ।

३४. नीरोग या स्वस्थ करना (को॰) ।

३५. तुष्ट करना (को॰) ।

साधन ^२ वि॰

१. पूरा करनेवाला ।

२. प्राप्त करनेवाला ।

३. प्रेतादि आत्माओं को बुलाने या वशीभूत करनेवाला ।

४. अभि- व्यंजक [को॰] ।