सरीर
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनसरीर ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ शरीर] दे॰ 'शरीर' । उ॰— सरुज सरीर बादि बहु भोगा ।— मानस, २ ।१७८ ।
सरीर ^२ संज्ञा पुं॰ [अ॰] सिंहासन । राजगद्दी । तख्त [को॰] ।
सरीर ^३ संज्ञा स्त्री॰
१. पदचाप । पदध्वनि ।
२. कलम की खरखराहट । यौ॰—सरीरेकलम=लिखते समय कागज पर होनेवाली कलम की खरखराहट ।