हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

सरत् संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. सूत । तागा । धागा ।

२. वह जो गति- शील हो [को॰] ।