सरकना क्रि॰ अ॰ [सं॰ सरक, सरण]
१. जमीन से लगे हुए किसी ओर धीरे से बढ़ना । किसी तरफ हटना । खिसकना । जैसे, — थोड़ा पीछे सरको ।
२. नियत काल से और आगे जाना । टलना । जैसे, — विवाह सरकना ।
३. काम चलना । निर्वाह होना । जैसे, — काम सरकना । संयों क्रि॰— जाना ।