प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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सम्मोह संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मोह । प्रेम ।

२. भ्रम । संदेह ।

३. मूर्च्छा । बेहोशी ।

४. एक प्रकार का छंद जिसके प्रत्येक चरण में एक तगण और एक गुरु होता है ।

५. घबराहट । अव्यवस्था (को॰) ।

६. अज्ञान । मूर्खता (को॰) ।

७. आकर्षण । वशीकरण (को॰) ।

८. संग्राम । कोलाहल (को॰) ।

९. ज्योतिष में एक विशेष ग्रह योग (को॰) ।