प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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संप्रतिष्ठा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ सम्प्रतिष्ठा] [वि॰ संप्रतिष्ठित]

१. सुरक्षण ।

२. सातत्य । नैरंतर्य (शुरू होने या अंत का उलटा) ।

३. उच्च पद या श्रेणी [को॰] ।