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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

संपादन संज्ञा पुं॰ [सं॰ सम्पादन] [वि॰ संपादनीय, संपादी, संपाद्य]

१. किसी काम को पूरा करना । अंजाम देना ।

२. प्रस्तुत करना । प्रदान करना ।

३. ठीक करना । तैयार करना ।

४. किसी पुस्तक या संवादपत्र आदि को क्रम, पाठ आदि लगाकर प्रकाशित करना ।

५. उत्पन्न करना (को॰) ।