प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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समिति संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. सभा । समाज ।

२. प्राचीन वैदिक काल की एक प्रकार की संस्था जिसमें राजनीतिक विषयों पर विचार हुआ करता था ।

३. किसी विशिष्ट कार्य के लिये नियुक्त की हुई कुछ आदमियों की सभा ।

४. युद्ध । संमर । लड़ाई ।

५. समानता । साम्य ।

६. सन्निपात नामक रोग ।

७. इकट्ठा होना । जुटना । मिलना (को॰) ।

८. झुंड । रेवड़ (को॰) ।

९. संतुलित करना । मर्यादित करना (को॰) ।

१०. आचारपद्धति । आचारसंहिता (जैन) । यौ॰—समितिमर्दन = युद्ध में परेशान करनेवाला । समिति- शाली = वीर । योद्धा । समितिशोभन = युद्ध में प्रमुख या श्रेष्ठ ।